Republic Day 2025: इस साल 26 January को भारत अपना 76वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है। हर भारतवासी के लिए यह तारीख गर्व से भर देने वाली है। बताया जाता है कि, 26 जनवरी 1950 को ही भारत ने अंग्रेजी संविधान की मान्यता को ख़त्म कर स्वयं के संविधान को देशभर में लागू किया था। ऐसे में भारत के लिए सही मायनों में आजादी 26 जनवरी को ही मिली थी। इस दिन को भले ही हम राष्ट्रीय पर्व के तौर पर देखते है, लेकिन कोई है..जो इस तारीख को अपने साथ दिन-रात लेकर चलता है। हम बात कर रहे है, मध्यप्रदेश के मंदसौर में रहने वाले अनुमानित 59 वर्षीय शख्स की, जिसका नाम ही 26 जनवरी है।
बात भले ही हैरानी की है, लेकिन यह 100 आने सच बात है। मध्यप्रदेश के निवासी ’26 जनवरी टेलर’ साहब एक सरकारी कर्मचारी है। वह मंदसौर के डाइट संस्थान में कार्यरत है। उनके नाम के पीछे की कहानी भी काफी दिलचस्प है, जिसे जान हर कोई हैरान रह जाता है। चलिए आपको भी बताते है पूरी कहानी-
देशभक्त पिता से मिला अनोखा नाम
26 जनवरी 1966 को जन्मे टेलर साहब को अपने इस अनोखे नाम को लेकर जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन, वह अपने पिता के फैसले का सम्मान करते हुए इस नाम को अपने साथ लेकर जी रहे है। अपने देशभक्त पिता द्वारा दिए इस नाम को बदलने का विचार टेलर साहब ने मन में कभी नहीं आने दिया, इस तरह की बातें तमाम मीडिया रिपोर्ट्स में कही गई है। टेलर साहब को उनका यह अनोखा नाम देशभर में चर्चित बना चुका है।
गूगल पर वायरल है पहचान पत्र
जब प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस पर देश का हर नागरिक झंडावंदन कर रहा होता है, तब ही 26 जनवरी टेलर साहब अपना जन्मदिवस भी सेलिब्रेट कर रहे होते है। अपनी कार्यकुशलता और जिंदादिली से समाज के बीच एक अलग पहचान रखने वाले टेलर साहब के आधार और ऑफिस पहचान पत्र Google पर मौजूद है।
सोर्स: न्यूज 18