नीम करोली बाबा को क्यों चढ़ाया जाता है कंबल? जानें इसकी वजह और फायदे

Neem Karoli Baba

Neem Karoli Baba: नीम करोली बाबा का आश्रम उत्तराखंड के नैनीताल में ‘कैंची धाम’ नाम से स्थित है। न सिर्फ देश में बल्कि विदेशों में भी इसकी ख्याति व्याप्त है। देश-विदेश की नामचीन हस्तियां भी बाबा नीम करोली के दर्शनों का लाभ उठा चुकी है। बाबा नीम करोली को हनुमान जी का परम भक्त माना गया है। उनके अनुयायी आज भी उनके दिखाए मार्ग पर चलकर अपने जीवन का कल्याण कर रहे है। नीम करोली बाबा की पहचान आध्यात्मिक गुरु की रही है।

इंटरनेट पर नीम करोली बाबा की सैंकड़ों तस्वीरें मौजूद है, जिनमें से अधिकांश में वह कंबल ओढ़े दिखाई देते है। ऐसे में लोगों के जेहन में यह सवाल उठने लगता है कि, बाबा कंबल ही क्यों ओढ़ा करते थे? इसका सटीक जवाब तो मौजूद नहीं है, लेकिन कंबल नीम करोली बाबा की पहचान बन गया। उनके मरणोपरांत आज भी कैंची धाम जाकर बाबा को कंबल ही भेंट करते है। चलिए जानते है नीम करोली बाबा को कंबल चढ़ाने की मान्यता के बारे में-

नीम करोली बाबा को क्यों चढ़ाया जाता है कंबल?
(Neem Karoli Baba Ko Kambal Kyo Chadate Hai)

जनमानस में व्याप्त मान्यताओं के मुताबिक, नीम करोली बाबा को कंबल ओढ़ना पसंद था। बताया जाता है कि, एक चमत्कारी घटना जिसमें बाबा ने कंबल को बुलेटप्रूफ साबित किया था, इसके बाद से ही उन्हें भेंट स्वरुप कंबल चढ़ाया जाने लगा था। कहते हैं जो भी भक्त बाबा के चरणों में समर्पित किया गया कंबल अपने घर लेकर आते हैं, उसके जीवन में सुख-शांति और वैभव का आगमन होता है। साथ ही बाबा नीम करोली और हनुमान जी की कृपा भी बनी रहती है।

कैंची धाम से क्या लाना चाहिए?
(Kainchi Dhaam Se Kya Lana Chahiye)

नीम करोली बाबा को सेब, जलेबी, मौसम के फल, फूल और मिठाई का प्रसाद लगाना चाहिए। प्रसाद के रूप में चढ़ाने के बाद सभी में वितरित करना चाहिए। कंबल के अलावा बाबा नीम करोली के पवित्र स्थान कैंची धाम से आप हनुमान जी की मूर्ति, फोटो या हनुमान चालीसा भी ला सकते हैं, जिसे शुभ माना गया है।

डिस्क्लेमर: यह जानकारी ज्योतिष मान्यताओं पर आधारित है। RJ Khabar इसकी पुष्टि नहीं करता है।