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  • Bihar Election 2025 के लिए लालू की जबरदस्त तैयारी, ‘तेजस्वी यादव’ का CM बनना हुआ तय!

    Bihar Election 2025 के लिए लालू की जबरदस्त तैयारी, ‘तेजस्वी यादव’ का CM बनना हुआ तय!

    Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनावों में अभी करीब 6 महीने से अधिक का समय शेष है। लेकिन राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने चुनाव जीतने के लिए अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। आरजेडी के नेतृत्व वाले महागठबंधन और राजद सुप्रीमो लालू यादव को उम्मीद है कि, इस बार उनके बेटे तेजस्वी यादव बिहार की सत्ता पर काबिज होंगे। इसके पीछे कारण भी सामने आ रहा है, क्योंकि लालू यादव ने जातीय समीकरण खड़ा कर पार्टी को मजबूत कर लिया है।

    जातीय समीकरण से RJD को मिलेंगे एक्स्ट्रा वोट

    दरअसल, लालू प्रसाद यादव ने अतिरिक्त वोटों के लिए अभी से अपने प्रयासों को गति देना प्रारंभ कर दिया है। इस कड़ी में लालू ने दलित वोटों को साधने के लिए आरएलजेपी के नेता पशुपति कुमार पारस से हाथ मिलाने की पूरी तैयारी कर ली है। वहीं दूसरी तरफ वीआईपी के मुकेश सहनी भी एनडीए छोड़कर लोकसभा चुनाव के समय से ही महागठबंधन का हिस्सा बने हुए है। इसके अलावा कुशवाहा वोट बैंक के लिए मंगनीलाल मंडल भी आरजेडी के साथ आए है। .

    राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) का प्रयास है कि, मुस्लिम-यादव (एम-वाई) से इतर समीकरण बनाया जाए ताकि 6 से 7 प्रतिशत अतिरिक्त वोट हासिल किये जा सके। पिछले चुनावों में आरजेडी लगभग इतने ही प्रतिशत अंतर से सरकार बनाने से चूक गई थी, इसलिए इस बार तेजस्वी और लालू ने कमर कस रखी है।

    तेजस्वी यादव के लिए चुनाव प्रचार करेंगे लालू

    2025 में होने जा रहा बिहार विधानसभा चुनाव काफी रोचक होने की उम्मीद है। पिछली बार कुछ अंतर से सरकार बनाने से चुके तेजस्वी यादव के लिए काफी कुछ सकारात्मक माहौल बन रहा है। एक तरफ प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और उनके पिता लालू प्रसाद यादव है, जो कई बार तेजस्वी को सीएम बनाने का सपना पूरा करने की बात कह चुके है। वहीं दूसरी तरफ इस बार तेजस्वी के लिए सांसद बहन मीसा भारती और सांसद बनने से चूकी रोहिणी आचार्य भी वोट मांगेंगी।

  • Bihar Election 2025 में तेजस्वी को मिलेगी बड़ी जीत? पिछले चुनाव के ये आंकड़े दे रहे हैं गवाही

    Bihar Election 2025 में तेजस्वी को मिलेगी बड़ी जीत? पिछले चुनाव के ये आंकड़े दे रहे हैं गवाही

    Bihar Election 2025: झारखंड, महाराष्ट्र और दिल्ली के बाद अब बिहार विधानसभा चुनावों की बारी है। देशभर के लोगों की नजरें बिहार के इन चुनावों पर रहेगी। मौजूदा समय में बिहार में एनडीए (भाजपा+जदयू) की सरकार है और आरजेडी (RJD) दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर विपक्ष में बैठी है। 2020 में हुए पिछले चुनावों में भले ही आरजेडी 23.11 प्रतिशत वोट लाकर सबसे बड़ी पार्टी बनी थी, लेकिन बहुमत से दूर रही और जदयू ने बीजेपी संग सरकार बना ली।

    आपकी जानकारी के लिए बता दें, साल 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में आरजेडी को 23.11 प्रतिशत वोट और बीजेपी को 19.46 प्रतिशत वोट मिले थे। वहीं जेडीयू को 15.39 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे। इसके अलावा लोजपा को 5.66 प्रतिशत वोट और कांग्रेस के खाते में 9.48 प्रतिशत गिरे थे।

    2020 में दिखा था तेजस्वी का करिश्मा

    बिहार विधानसभा चुनाव होने में अभी करीब 6 महीने से अधिक का समय बाकी है। लेकिन आरजेडी अभी से चुनावों की तैयारियों में जुट चुकी है। पिछले चुनावों में आरजेडी ने तेजस्वी के नेतृत्व में प्रदेश में बेहतर प्रदर्शन किया था। वह पहला चुनाव था, जिसमें आरजेडी के साथ लालू प्रसाद यादव नहीं थे, वे जेल में बंद थे। इस दौरान तेजस्वी के करिश्माई नेतृत्व में पार्टी ने चुनाव लड़ा और सर्वाधिक 75 सीटें जीतकर इतिहास रच दिया। हालांकि बहुमत से दूर रह गई।

    2020 के चुनावों में 75 सीटें जीतने वाली आरजेडी को सीपीआई (एमएल) के 12, कांग्रेस के 19, सीपीआई और सीपीएम के दो-दो विधायकों का साथ मिल गया था। इस दौरान RJD ने AIMIM के 5 में 4 MLA अपनी पार्टी में शामिल कर लिए थे। इसके बाद तेजस्वी के पास 116 विधायक हो गए, लेकिन वो भी सरकार बनाने से 6 कम थे। भले ही तेजस्वी पिछली बार मुख्यमंत्री बनने से चूक गए हो, लेकिन वह साबित कर चुके है कि वह अकेले के दम पर NDA को शिकस्त दे सकते है। वैसे भी तेजस्वी यादव को लालू प्रसाद यादव की तरफ से आरजेडी और महागठबंधन के तमाम फैसले लेने को अधिकार मिले हुए है।

  • जयपुर से पहले इन शहरों को भी मिल चुकी है IIFA Awards की मेजबानी

    जयपुर से पहले इन शहरों को भी मिल चुकी है IIFA Awards की मेजबानी

    आईआईएफए (IIFA) अवार्ड्स 2025 का आयोजन पिंक सिटी जयपुर में 9 मार्च, 2025 को होने जा रहा है। इस दिन पिंक सिटी में बॉलीवुड स्टार्स का जमावड़ा लगाने वाला है। पहली बार जयपुर आईआईएफए अवार्ड को होस्ट करने जा रहा है। ऐसे में सरकार ने कार्यक्रम को लेकर अभी से तैयारियां शुरू कर दी है। लेकिन जयपुर से पहले भी कई शहर इस भव्य आयोजन को होस्ट कर चुके है। तो चलिए जानते है उन शहरों के बारे में –

    CeremonyDateBest FilmHost(s)VenueCity, Country
    1st24 June 2000Hum Dil De Chuke SanamYukta Mookhey
    Anupam Kher
    Millennium DomeLondon, United Kingdom
    2nd16 June 2001Kaho Naa… Pyaar HaiPriyanka Chopra
    Kabir Bedi
    Superbowl ArenaSun City, South Africa
    3rd6 April 2002LagaanLara DuttaArena of StarsGenting Highlands, Malaysia
    4th17 May 2003DevdasAnil Kapoor
    Dia Mirza
    Coca-Cola DomeJohannesburg, South Africa
    5th22 May 2004Kal Ho Naa HoRahul KhannaSingapore Indoor StadiumSingapore, Singapore
    6th11 June 2005Veer-ZaaraShahrukh Khan
    Fardeen Khan
    Karan Johar
    Amsterdam ArenaAmsterdam, Netherlands
    7th17 June 2006BlackFardeen Khan
    Lara Dutta
    Dubai International Convention CentreDubai, United Arab Emirates
    8th9 June 2007Rang De BasantiBoman Irani
    Lara Dutta
    Hallam FM ArenaSheffield, United Kingdom
    9th8 June 2008Chak De! IndiaBoman Irani
    Ritesh Deshmukh
    Siam ParagonBangkok, Thailand
    10th13 June 2009Jodhaa AkbarBoman Irani
    Ritesh Deshmukh
    Lara Dutta
    The Venetian MacaoMacau, Macau
    11th5 June 20103 IdiotsBoman Irani
    Ritesh Deshmukh
    Lara Dutta
    Sugathadasa StadiumColombo, Sri Lanka
    12th25 June 2011DabanggBoman Irani
    Ritesh Deshmukh
    Rogers CentreToronto, Canada
    13th9 June 2012Zindagi Na Milegi DobaraShahid Kapoor
    Farhan Akhtar
    Singapore Indoor StadiumSingapore, Singapore
    14th6 July 2013Barfi!Salman Khan
    Akshay Kumar
    The Venetian MacaoMacau, Macau
    15th26 April 2014Bhaag Milkha BhaagShahid Kapoor
    Farhan Akhtar
    Raymond James StadiumTampa, United States
    16th7 June 2015QueenArjun Kapoor
    Ranveer Singh
    Putra Indoor StadiumKuala Lumpur, Malaysia
    17th25 June 2016Bajrangi BhaijaanShahid Kapoor
    Farhan Akhtar
    IFEMAMadrid, Spain
    18th14–15 July 2017[5]NeerjaKaran Johar Saif Ali KhanMetLife StadiumNew Jersey, United States
    19th22–24 June 2018Tumhari SuluKaran Johar
    Riteish Deshmukh
    Siam Niramit TheatreBangkok, Thailand
    20th18 September 2019RaaziAyushmann Khurrana
    Aparshakti Khurana
    Sardar Vallabhbhai Patel Indoor StadiumMumbai, India
    21st24 November 2021Kabir SinghThe ceremony was cancelled due to COVID-19 pandemic.
    22nd2–4 June 2022ShershaahSalman Khan
    Riteish Deshmukh
    Maniesh Paul
    Etihad ArenaAbu Dhabi, United Arab Emirates
    23rd26–27 May 2023Drishyam 2Vicky Kaushal
    Abhishek Bachchan
    Etihad ArenaAbu Dhabi, United Arab Emirates
    24th28 September 2024AnimalShah Rukh Khan
    Karan Johar
    Vicky Kaushal
    Etihad ArenaAbu Dhabi, United Arab Emirates
    25th9 March 2025TBAKartik Aaryan Karan JoharTBAJaipur, India

    credit: wikipedia

    United Arab Emirates सबसे ज्यादा चार बार और United Kingdom 2 बार IIFA अवार्ड को होस्ट कर चूका है। जबकि भारत में जयपुर के बाद मुंबई एक शहर है जिसने आईआईएफए की मेजबानी की।

  • कैसे खरीदें IIFA Awards 2025 की टिकट, जानें पूरी प्रक्रिया

    कैसे खरीदें IIFA Awards 2025 की टिकट, जानें पूरी प्रक्रिया

    आईआईएफए (IIFA) अवार्ड्स 2025 का आयोजन इस बार राजस्थान के जयपुर शहर में होने जा रहा है। जहां पिंक सिटी में बॉलीवुड के सितारे चार चाँद लगाने के लिए तैयार है। 9 मार्च, 2025 को कार्यक्रम का आयोजन जयपुर प्रदर्शनी एवं सम्मेलन केंद्र (JECC) में होगा। इस दौरान फैंस को अपने पसंदीदा स्टार को देखने का मौका मिलेगा। लेकिन इसके लिए आपको टिकट खरीदना होगा।

    यहां हम आपको आईआईएफए अवार्ड 2025 के टिकट खरीदने की पूरी प्रक्रिया बता रहे हैं:

    IIFA अवार्ड की आधिकारिक वेबसाइट से खरीदें

    आईआईएफए अवार्ड्स के टिकट खरीदने के लिए सबसे पहला कदम उनकी आधिकारिक वेबसाइट (www.iifa.com) पर जाना है।

      वेबसाइट पर जाएं और “Tickets” या “Book Now” सेक्शन पर क्लिक करें।
      वहां आपको टिकट की कैटेगरी और उपलब्धता की पूरी जानकारी मिल जाएगी।

      टिकट की कैटेगरी और कीमतें जानें

      IIFA अवार्ड्स के टिकट विभिन्न कैटेगरी में उपलब्ध होते हैं, जैसे:

        • सामान्य प्रवेश (General Admission)
        • प्रीमियम सीटिंग (Premium Seating)
        • वीआईपी पास (VIP Pass)
        • वीआईपी एक्सपीरियंस (VIP Experience)

        टिकट की कीमतें हर कैटेगरी की अलग-अलग है। कीमतें 5,000 रुपए से शुरू होकर 50,000 रुपए या उससे अधिक हो सकती हैं।

        ऑनलाइन टिकट बुकिंग प्लेटफॉर्म्स का उपयोग करें

        अगर आप आधिकारिक वेबसाइट से टिकट नहीं खरीदना चाहते, तो आप इन विश्वसनीय ऑनलाइन बुकिंग प्लेटफॉर्म्स का उपयोग कर सकते हैं:

          • BookMyShow
          • Paytm Insider

          यहां भी आपको टिकट की कैटेगरी, कीमतें और उपलब्धता के बारे में विस्तृत जानकारी मिलेगी।

          पेमेंट प्रक्रिया

            टिकट का भुगतान आप ऑनलाइन कर सकते है।

            • डेबिट/क्रेडिट कार्ड
            • यूपीआई
            • ई-वॉलेट (जैसे Paytm, Google Pay, PhonePe, Amazon Pay)

            पेमेंट पूरी होने के बाद आपको एक ई-टिकट (E-Ticket) या कन्फर्मेशन मेल मिलेगा, जिसे आप कार्यक्रम के दिन दिखाकर प्रवेश कर सकते हैं।

            निष्कर्ष

            आईआईएफए जैसे इवेंट का हिस्सा बन आप अपनी लाइफ का एक शानदार अनुभव महसूस कर सकते है। इसलिए समय रहते टिकट खरीदें और ज्यादा जानकर के लिए से जुड़े रहे –

          1. कौन है रमेश बिधूड़ी ? जिनपर BJP ने खेला सबसे बड़ा दाव

            कौन है रमेश बिधूड़ी ? जिनपर BJP ने खेला सबसे बड़ा दाव

            Delhi Election 2025 : दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का जल्द ही ऐलान होने वाला है। लेकिन इससे पहले भाजपा ने पहली सूची में 29 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है। इस लिस्ट की खास बात यह है कि मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ बीजेपी ने रमेश बिधूड़ी को मैदान में उतारकर बड़ा दाव खेल दिया है। ऐसे में अब यह सीट सबसे ज्यादा चर्चा में आ गई है। अब सवाल यह है कि आखिर रमेश बिधूड़ी है कौन ? तो चलिए जानते उनके बारे में –

            कौन है रमेश बिधूड़ी ?

            रमेश बिधूड़ी एक भारतीय राजनीतिज्ञ और पेशे से वकील हैं। बिधूड़ी और उनका परिवार बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सक्रिय सदस्य रहे हैं। वह साल 1993 से राजनीति में सक्रिय है। ऐसे में वह भारत की राजनीती के पुराने चावल है।

            रमेश बिधूड़ी की शिक्षा

            बिधूड़ी ने दिल्ली विश्वविद्यालय के शहीद भगत सिंह कॉलेज (एम) से वाणिज्य में स्नातक की डिग्री ली। जबकि चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय , मेरठ से उन्होंने कानून की डिग्री ( एलएलबी ) हासिल की।

            विवादों से गहरा नाता

            आपको बता दें, रमेश बिधूड़ी को राजनीती में अभद्र भाषा का प्रयोग के लिए काफी जाना जाता है। 21 सितंबर 2023 को संसद में एक चर्चा के दौरान उन्होंने ने बहुजन समाज पार्टी के सांसद कुंवर दानिश अली को भद्दे, इस्लामोफोबिक अपमान का इस्तेमाल करते हुए उन्हें आतंकवादी कहा, जिसकी सांसदों और पार्टी लाइनों के राजनीतिक नेताओं द्वारा व्यापक रूप से निंदा की गई। ऐसा संसद भवन के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है की किसी सांसद ने इस तरह की अभद्र भाषा का प्रयोग किया हो। जानकारी के लिए बता दें, संसद भवन में “बेचारा” बोलना भी प्रतिबंधित है। हालांकि स्पीकर ओम बिरला की ओर से उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।

            बिधूड़ी का राजनीती करियर

            साल 2014 में वह पहली बार दक्षिणी दिल्ली की सीट से लोकसभा सदस्य चुने गए। इससे पहले वह तीन बार दिल्ली विधानसभा के सदस्य रह चुके थे। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में रमेश बिधूड़ी ने आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा और कांग्रेस के उम्मीदवार और बॉक्सिंग चैंपियन विजेंदर सिंह को हराया था।

          2. मिलिए एमपी के मिस्टर 26 January से, जिन्हें देशभक्त पिता से मिला अनोखा नाम; इंट्रेस्टिंग है कहानी

            मिलिए एमपी के मिस्टर 26 January से, जिन्हें देशभक्त पिता से मिला अनोखा नाम; इंट्रेस्टिंग है कहानी

            Republic Day 2025: इस साल 26 January को भारत अपना 76वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है। हर भारतवासी के लिए यह तारीख गर्व से भर देने वाली है। बताया जाता है कि, 26 जनवरी 1950 को ही भारत ने अंग्रेजी संविधान की मान्यता को ख़त्म कर स्वयं के संविधान को देशभर में लागू किया था। ऐसे में भारत के लिए सही मायनों में आजादी 26 जनवरी को ही मिली थी। इस दिन को भले ही हम राष्ट्रीय पर्व के तौर पर देखते है, लेकिन कोई है..जो इस तारीख को अपने साथ दिन-रात लेकर चलता है। हम बात कर रहे है, मध्यप्रदेश के मंदसौर में रहने वाले अनुमानित 59 वर्षीय शख्स की, जिसका नाम ही 26 जनवरी है।

            बात भले ही हैरानी की है, लेकिन यह 100 आने सच बात है। मध्यप्रदेश के निवासी ’26 जनवरी टेलर’ साहब एक सरकारी कर्मचारी है। वह मंदसौर के डाइट संस्थान में कार्यरत है। उनके नाम के पीछे की कहानी भी काफी दिलचस्प है, जिसे जान हर कोई हैरान रह जाता है। चलिए आपको भी बताते है पूरी कहानी-

            26 जनवरी 1966 को जन्मे टेलर साहब को अपने इस अनोखे नाम को लेकर जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन, वह अपने पिता के फैसले का सम्मान करते हुए इस नाम को अपने साथ लेकर जी रहे है। अपने देशभक्त पिता द्वारा दिए इस नाम को बदलने का विचार टेलर साहब ने मन में कभी नहीं आने दिया, इस तरह की बातें तमाम मीडिया रिपोर्ट्स में कही गई है। टेलर साहब को उनका यह अनोखा नाम देशभर में चर्चित बना चुका है।

            जब प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस पर देश का हर नागरिक झंडावंदन कर रहा होता है, तब ही 26 जनवरी टेलर साहब अपना जन्मदिवस भी सेलिब्रेट कर रहे होते है। अपनी कार्यकुशलता और जिंदादिली से समाज के बीच एक अलग पहचान रखने वाले टेलर साहब के आधार और ऑफिस पहचान पत्र Google पर मौजूद है।

            सोर्स: न्यूज 18